झारखंड सरकार ने तम्बाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाया
झारखंड सरकार ने झारखंड में सार्वजानिक जगहों पर सभी तरह के तम्बाकू उत्पादों जैसे सिगरेट, बीड़ी, पान मसाला, हुक्का, खैनी, जर्दा, गुटखा और इलेक्ट्रॉनिक सिगरेट के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबन्ध लगा दिया है. इसके साथ ही तमाम तम्बाकू उत्पादों की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया है.
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी ने बताया कि तंबाकू का सेवन जन स्वास्थ्य के लिए बड़े खतरों में से एक है. थूकना एक सार्वजनिक स्वास्थ्य खतरा है और संचारी जैसे रोग के फैलने का एक प्रमुख कारण है. उन्होंने बताया कि पान मसाला, खैनी, जर्दा और गुटखा खाकर यत्र तत्र थूकने से कोरोना वायरस फैलने का खतरा बढ़ता है.
इज़रायल का पहला पूर्ण डिजिटल बैंक लॉन्च करेगी टीसीएस
भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस, इज़रायल का पहला पूर्ण डिजिटल बैंक लॉन्च करेगी. इज़रायली वित्त मंत्रालय ने बैंकिंग सेवा ब्यूरो का निर्माण करने के लिए टीसीएस को चुना है जिसका मुख्य मकसद उसके बैंकिंग क्षेत्र में बदलाव लाना है. लगभग 40 वर्ष में इज़रायल में बैंकिंग लाइसेंस पाने वाला यह पहला बैंक है और इसकी शुरुआत साल 2021 में होगी.
इसका उपयोग डिजिटल बैंकिंग कामकाज मंच के रूप में किया जाएगा और टीसीएस के बैंक्स ग्लोबल बैंकिंग प्लेटफार्म से लैस होगा. इस पहल को वित्तीय सेवा क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने के रूप में देखा जा रहा है, और इससे नवाचार को बढ़ावा मिलेगा तथा ग्राहकों के लिए सुविधाएं बढ़ेंगी. कंपनी ने कहा कि इससे ग्राहकों के लिए बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठाना अधिक आसान होगा.
अंग्रेजी भाषा दिवस 23 अप्रैल को क्यों मनाया जाता है
दुनियाभर में 23 अप्रैल को अंग्रेजी भाषा दिवस मनाया जाता है. इसी दिन अंग्रेजी के मशहूर विलियम शेक्सपियर का जन्म हुआ था और उनकी मृत्यु भी इसी दिन हुई थी. इसलिए संयुक्त राष्ट्र ने 23 अप्रैल को अंग्रेजी भाषा दिवस के तौर पर चुना. अंग्रेजी उन 6 भाषाओं में शामिल है जिन्हें संयुक्त राष्ट्र ने दिवस के रूप में घोषित किया है.
अंग्रेजी विश्व की तीसरी सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है, लेकिन बिजनेस और एजुकेशन में ये सबसे ज्यादा प्रचलित है. भाषा बोलने वालों की संख्या के अनुसार मंडरीन और स्पैनिश के बाद अंग्रेजी आती है. अंग्रेजी आज एक ऐसी भाषा बन गई है जो दुनिया के अलग-अलग हिस्सों से आए लोगों को साथ में जोड़ती है.
पीवी सिंधु को 'आई एम बैडमिंटन' जागरूकता अभियान के लिए एबेंस्डर चुना गया
विश्व चैंपियन पीवी सिंधु सहित आठ खिलाड़ियों को विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) के आई एम बैडमिंटन जागरूकता अभियान हेतु एबेंस्डर चुना गया है. पीवी सिंधु के अतिरिक्त कनाडा के मिशेल ली, चीन के झेंग सी वेई और हुआंग या कियोंग, इंग्लैंड के जैक शेपर्ड, जर्मनी के वालेस्का नोब्लाच, हांगकांग के चान हो युएन और जर्मनी के मार्क ज्वेलबर शामिल हैं.
इस अभियान में खिलाड़ियों को बैडमिंटन खेल के प्रति अपना लगाव और सम्मान व्यक्त करने का मंच दिया जाता है. इसमें वे ईमानदारी से और साफ सुथरा खेल खेलने की वकालत करते हैं. ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधु ने कहा कि किसी भी खेल में ईमानदार होना काफी अहम है.
आंध्र प्रदेश में शिक्षकों की भर्ती में एसटी वर्ग को 100 प्रतिशत आरक्षण अमान्य
सुप्रीम कोर्ट ने फैसला दिया है कि अनुसूचित क्षेत्रों में स्थित स्कूलों में अनुसूचित जनजाति वर्ग से संबंधित शिक्षकों का 100 प्रतिशत आरक्षण संवैधानिक रूप से अमान्य है. न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा की अगुवाई वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने आंध्र प्रदेश के राज्यपाल द्वारा जारी किए गए उस सरकारी आदेश को रद्द कर दिया, जिसमें अनुसूचित जनजाति (एसटी) शिक्षकों के लिए पूर्ण आरक्षण की पुष्टि की गई थी.
दरअसल आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के आदेश के खिलाफ अपील दायर किए जाने के बाद यह मुद्दा सर्वोच्च न्यायालय में पहुंच गया था. हाईकोर्ट ने उक्त शत-प्रतिशत आरक्षण के लिए सरकार के आदेश को बरकरार रखा था.
रान ने अपने एक सैन्य उपग्रह 'नूर' का सफलतापूर्वक किया लॉन्चईरान के सरकारी टीवी ने यह घोषणा की है कि ईरान का पहला सैन्य उपग्रह, जिसका नाम 'नूर' है, उसे केंद्रीय रेगिस्तान से 22 अप्रैल को सुबह-सुबह छोड़ा गया था. इस बयान के अनुसार, यह प्रक्षेपण सफल रहा है और उपग्रह अपनी कक्षा में पहुंच गया है.
संयुक्त राज्य अमेरिका ने लंबे समय से आशंका जताई है कि उपग्रहों को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली लंबी दूरी की बैलिस्टिक तकनीक का उपयोग परमाणु हथियारों के प्रक्षेपण के लिए भी किया जा सकता है.
राष्ट्रपति ने अध्यादेश को दी मंजूरी, स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करने वालों को होगी कड़ी सजा
कोरोना महामारी के संकट से निपटने में सबसे आगे लड़ाई लड़ रहे डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों पर पिछले दिनों हमले की कई घटनाएं सामने आई हैं. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने इन हमलों के ख़िलाफ़ विरोध भी जताया था. ऐसे में मोदी सरकार ने स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले को गम्भीर अपराध बना दिया है.
दोषी पाए जाने वालों के लिए कठोर सज़ा का प्रावधान किया गया है. इसका आधार हमले और उत्पीड़न की गम्भीरता को बनाते हुए सज़ा को दो श्रेणी में बांटा गया है. यदि अपराध ज़्यादा गम्भीर नहीं है तो सजा के तौर पर 3 महीने से 5 साल तक की कैद हो सकती है. साथ ही 50 हज़ार से 2 लाख रुपये तक के जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है.
वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में भारत 142 वे स्थान पर
‘द वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स 2020’ के मुताबिक भारत में 2019 में किसी भी पत्रकार की हत्या नहीं हुई और इस तरह देश के मीडिया के लिए सुरक्षा स्थिति में सुधार नजर आया. रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2018 में छह पत्रकारों की हत्या कर दी गयी थी. इसमें पुलिस की हिंसा, माओवादियों के हमले, अपराधी समूहों या राजनीतिज्ञों का प्रतिशोध शामिल था.
इस सूची में लगातार चौथी बार नॉर्वे पहले स्थान पर है और नॉर्थ कोरिया सबसे निचले स्थान पर है. दूसरे स्थान पर फिनलैंड, तीसरे स्थान पर डेनमार्क, 11वें स्थान पर जर्मनी, 34वें स्थान पर फ्रांस, 35वें स्थान पर यूके, 45वें स्थान पर अमेरिका, 66वें स्थान पर जापान और 107वें स्थान पर ब्राजील है.
मशहूर रंगकर्मी उषा गांगुली का निधन
उषा गांगुली के निधन से पूरा रंगजगत स्तब्ध है. उषा गांगुली रंगकर्म से जुड़ी हुई थी. उषा गांगुली ने कोलकाता स्थित श्री शिक्षायतन कॉलेज से स्नातक किया था. बाद में उन्होंने कोलकाता को अपना कार्यक्षेत्र बनाया, कोलकाता जहां बंगाली थियेटर का बोलबाला था वहां उन्होंने हिंदी थियेटर को स्थापित किया.
उषा गांगुली ने बहुत से नाटकों की प्रस्तुति दी. इनमें काशी का अस्सी, महाभोज, रुदाली, कोर्ट मार्शल और अंतरकथा ये सब रायपुर सहित देशभर में हो चुके हैं . काशीनाथ सिंह के उपन्यास पर आधारित उनका बहुचर्चित नाटक काशी का अस्सी बहुत चर्चित रहा, पूरे देश में इसका मंचन हुआ था.
संयुक्त राज्य अमेरिका ने लंबे समय से आशंका जताई है कि उपग्रहों को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली लंबी दूरी की बैलिस्टिक तकनीक का उपयोग परमाणु हथियारों के प्रक्षेपण के लिए भी किया जा सकता है.
राष्ट्रपति ने अध्यादेश को दी मंजूरी, स्वास्थ्यकर्मियों पर हमला करने वालों को होगी कड़ी सजा
कोरोना महामारी के संकट से निपटने में सबसे आगे लड़ाई लड़ रहे डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्यकर्मियों पर पिछले दिनों हमले की कई घटनाएं सामने आई हैं. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने इन हमलों के ख़िलाफ़ विरोध भी जताया था. ऐसे में मोदी सरकार ने स्वास्थ्यकर्मियों पर हमले को गम्भीर अपराध बना दिया है.
दोषी पाए जाने वालों के लिए कठोर सज़ा का प्रावधान किया गया है. इसका आधार हमले और उत्पीड़न की गम्भीरता को बनाते हुए सज़ा को दो श्रेणी में बांटा गया है. यदि अपराध ज़्यादा गम्भीर नहीं है तो सजा के तौर पर 3 महीने से 5 साल तक की कैद हो सकती है. साथ ही 50 हज़ार से 2 लाख रुपये तक के जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है.
वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स में भारत 142 वे स्थान पर
‘द वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम इंडेक्स 2020’ के मुताबिक भारत में 2019 में किसी भी पत्रकार की हत्या नहीं हुई और इस तरह देश के मीडिया के लिए सुरक्षा स्थिति में सुधार नजर आया. रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2018 में छह पत्रकारों की हत्या कर दी गयी थी. इसमें पुलिस की हिंसा, माओवादियों के हमले, अपराधी समूहों या राजनीतिज्ञों का प्रतिशोध शामिल था.
इस सूची में लगातार चौथी बार नॉर्वे पहले स्थान पर है और नॉर्थ कोरिया सबसे निचले स्थान पर है. दूसरे स्थान पर फिनलैंड, तीसरे स्थान पर डेनमार्क, 11वें स्थान पर जर्मनी, 34वें स्थान पर फ्रांस, 35वें स्थान पर यूके, 45वें स्थान पर अमेरिका, 66वें स्थान पर जापान और 107वें स्थान पर ब्राजील है.
मशहूर रंगकर्मी उषा गांगुली का निधन
उषा गांगुली के निधन से पूरा रंगजगत स्तब्ध है. उषा गांगुली रंगकर्म से जुड़ी हुई थी. उषा गांगुली ने कोलकाता स्थित श्री शिक्षायतन कॉलेज से स्नातक किया था. बाद में उन्होंने कोलकाता को अपना कार्यक्षेत्र बनाया, कोलकाता जहां बंगाली थियेटर का बोलबाला था वहां उन्होंने हिंदी थियेटर को स्थापित किया.
उषा गांगुली ने बहुत से नाटकों की प्रस्तुति दी. इनमें काशी का अस्सी, महाभोज, रुदाली, कोर्ट मार्शल और अंतरकथा ये सब रायपुर सहित देशभर में हो चुके हैं . काशीनाथ सिंह के उपन्यास पर आधारित उनका बहुचर्चित नाटक काशी का अस्सी बहुत चर्चित रहा, पूरे देश में इसका मंचन हुआ था.
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