लीबिया के पूर्व प्रधानमंत्री महमूद जिबरिल का निधन
लीबिया के पूर्व प्रधानमंत्री महमूद जिब्रिल का 68 वर्ष की आयु में मिस्र की राजधानी काहिरा में निधन हो गया ।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वह कोविड-19 संक्रमण से संक्रमित थे । वह लीबिया में गृह युद्ध के दौरान 2011 में 7 महीने तक अंतरिम प्रधानमंत्री थे । संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि लीबिया में शरणार्थियों की संख्या सात लाख से अधिक है ।
संयुक्तत राष्ट्र ने लीबिया को चेताया है कि कोरोना वायरस महामारी का संक्रमण विस्थापित लोगों एवं शरणार्थियों के लिए चिंताजनक और विनाशकारी हो सकता है.कोरोना वायरस से संघर्ष के क्रम में हुए लीबिया के मेडिकल उपकरणों की फैक्ट्री में स्टाफ जुटे हुए हैं । UNHRC ने कहा है कि लीबिया में जारी संयुक्त राष्ट्र की गतिविधियों के लिए यूरोप संघ ने यूरोप यूनियन ट्रस्ट फंड के जरिए 1.3 करोड़ यूरो दिए हैं ।
आयुष्मान भारत लाभार्थियों की मुफ्त कोरोना जांच और उपचार
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) ने हाल ही में कहा कि आयुष्मान भारत के लाभार्थियों के लिए निजी प्रयोगशालाओं और पैनल वाले अस्पतालों में कोविड-19 की जांच और इलाज मुफ्त होंगे । सरकार द्वारा की गई यह घोषणा आयुष्मान भारत योजना के 50 करोड़ लाभार्थियों को निर्दिष्ट निजी अस्पतालों में मुफ्त परीक्षण और उपचार की सुविधा प्राप्त करने में मदद करेगी ।
सरकार के इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य परीक्षण और उपचार सुविधाओं की आपूर्ति में वृद्धि करना और ICMR दिशा-निर्देशों के अनुसार आयुष्मान योजना के माध्यम से आम लोगों की निजी क्षेत्र में पहुँच में वृद्धि करना है. योजना के लाभार्थियों को मुफ्त परीक्षण और उपचार की सुविधा उपलब्ध कराने का यह निर्णय COVID-19 महामारी के प्रति भारत के प्रयासों को और मज़बूत करेगा ।
भारतीय रेलवे ने देश में COVID-19 के बढ़ते प्रकोप के बीच नया वेंटिलेटर तैयार किया
भारतीय रेलवे ने हाल ही में देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच एक ऐसा बेहद सस्ता वेंटिलेटर तैयार किया है, जो लोगों की जान बचाने में उपयोगी हो सकता है । इस सस्ते वेंटिलेटर को ‘जीवन’ नाम दिया गया है । ‘जीवन’ वेंटिलेटर को कपूरथला रेलवे कोच फैक्ट्री द्वारा विकसित किया है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, अभी देश में उपलब्ध वेंटिलेटर की अधिकतम संख्या तकरीबन 57000 है । यदि कोरोना वायरस संक्रमण तेज़ी से फैलता रहा तो स्थिति काफी खराब हो सकती है और हमें देश में 15 मई तक 1.10 लाख से 2.20 लाख वेंटिलेटर तक की ज़रूरत पड़ सकती है. ‘जीवन’ वेंटिलेटर की कीमत बिना कंप्रेसर के लगभग 10000 रुपए होगी.
चीन ने भारत को 1.7 लाख पीपीई की दी मदद
कोरोना वायरस के संक्रमण के इलाज में चिकित्साकर्मियों के उपयोग में आने वाले निजी सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) की 1.7 लाख किट चीन से भारत को 06 अप्रैल 2020 को मिल गई । स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुये बताया कि चीन ने भारत को कोरोना संकट से निपटने के लिये सहायता के रूप में ये किट दी हैं ।
मंत्रालय के मुताबिक देश में निर्मित 20 हजार पीपीई की आपूर्ति होने के साथ ही अब अस्पतालों को 1.90 लाख पीपीई की आपूर्ति कर दी जायेगी. देश में पीपीई की मौजूदा उपलब्धता 3,87,473 हो गयी है । मंत्रालय के अनुसार राज्यों को केन्द्र सरकार की ओर से अब तक 2.94 लाख पीपीई की आपूर्ति कर दी गयी है. इसके अलावा देश में ही बने दो लाख एन 95 मास्क भी अस्पतालों को मुहैया कराये गये हैं.
चांद पर बेस कैम्प बनाने की है तैयारी: नासा
कोरोना वायरस (Corona virus) ने इस समय दुनिया के 200 से ज्यादा देशों में तबाही मचा रखी है । वहीं नासा1 का कामकाज जारी है. हाल ही में नासा ने चांद पर अपने बेस कैंप (Base Camp) के लिए मानव भेजने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा है । नासा अपने आर्टिमस (Artemis) कार्यक्रम पर काम कर रहा है जिसका लक्ष्य मनुष्य को साल 2024 तक चांद पर पहुंचाना है ।
नासा ने हाल ही में अमेरिका के नेशनल स्पेस काउंसिल को दो अप्रैल 2020 को एक रिपोर्ट जमा की है । यह परिषद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए सलाहकार समूह की तरह काम करती है जिसकी अध्यक्षता उप राष्ट्रपति माइक पेन्स करते है । इस रिपोर्ट में यह जानकारी भी दी गई है कि अमेरिका चांद पर दीर्घकालिक उपस्थिति से क्या हासिल करेगा ।
Aarogya Setu मोबाइल ऐप क्या है और यह कोरोना वायरस पर काम कैसे करेगा
केंद्र सरकार ने हाल ही में 'आरोग्य सेतु' ऐप लॉन्च किया है. इस ऐप के ज़रिए लोग अपने आसपास कोरोना के मरीज़ों के बारे में भी जानकारी हासिल कर सकते हैं । केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस (Corona virus) से निपटने के लिए भारत सरकार हरसंभव कदम उठा रही है । सरकार ने COVID-19 को ट्रैक करने के लिए आरोग्य सेतु (Aarogya Setu) नाम का एक ऐप लॉन्च किया है ।
आरोग्य सेतु ऐप में कई और फीचर भी दिए गए हैं । इसमें दिए गए चैटबॉच की सहायता से आप कोरोना वायरस के लक्षण को पहचान सकते हैं । यह ऐप हेल्थ मिनिस्ट्री के अपडेटस और भारत के हर राज्यों के कोरोना वायरस हेल्प लाइन नंबर की सूची भी देता है । आरोग्य सेतु ऐप यूजर को खुद को महामारी से बचाने के टिप्स भी देती है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बने अनुराग श्रीवास्तव
अनुराग श्रीवास्तव इससे पहले भी कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं । अनुराग श्रीवास्तव से पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता आईएफएस रवीश कुमार थे । रवीश कुमार बीते तीन साल से इस पद पर तैनात पर थे । उन्होंने ट्विटर पर अनुराग श्रीवास्तव को ट्वीट करके बधाई भी दी । उन्होंने रवीश कुमार की जगह ली है ।
अनुराग श्रीवास्तव के पास इथियोपिया और अफ्रीकी संघ में भारत के राजदूत के रूप में काम करने का उनके पास लंबा अनुभव है । अनुराग श्रीवास्तव ने उच्च शिक्षा दिल्ली यूनिवर्सिटी से की है, उनके पास इंजीनियरिंग और बिजनेस मैनेजमेंट की डिग्री है । उन्होंने पढ़ाई पूरी करते ही कॉरपोरेट सेक्टर में अपनी सेवाएं देना शुरू कर दिया था ।
सरकार ने EPFO खाताधारकों को दी बड़ी राहत अब आधार भी होगा डेट ऑफ बर्थ की पहचान
ईपीएफओ ने हाल ही में कोविड-19 महामारी के मद्देनजर ऑनलाइन सेवाओं की उपलब्धता और पहुंच बढ़ाने हेतु अपने क्षेत्रीय कार्यालयों को निर्देश जारी करके पीएफ सदस्यों को ईपीएफओ रिकॉर्ड्स में उनकी जन्मतिथि को सुधारने की सुविधा प्रदान की है । इसके तहत पीएफ सदस्य ईपीएफओ रिकार्ड में अपनी जन्म तिथि आसानी से सुधार सकेंगे ।
पीएफ अंशधारक सुधार हेतु अनुरोध ऑनलाइन जमा कर सकते हैं. इससे ईपीएफपीओ भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के साथ तत्काल ऑनलाइन जन्म तिथि का सत्यापन कर सकेगा । इससे अनुरोध को अमल में लाने में लगने वाला समय कम होगा । ईपीएफओ ने अपने क्षेत्रीय कार्यालयों से कहा है कि वे ऑनलाइन अनुरोध का तेजी से निपटान करें ।
यूक्रेन के चेर्नोबिल के जंगलों में लगी आग
यूक्रेन के चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा स्टेशन के आसपास के क्षेत्र आग लग गई है । यह आग दो अलग-अलग जगहों पर लगी है. यूक्रेनीफायर फाइटर आग पर काबू पाने की कोशिश में लगे हुए हैं । यूक्रेन की राज्य पारिस्थितिक निरीक्षण सेवा के प्रमुख, येगोर फिर्सोव ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि अग्निशमन दल आग बुझाने का प्रयास कर रहा है ।
चेर्नोबिल आपदा दुनिया की सबसे ख़तरनाक परमाणु दुर्घटना है । यह दुर्घटना 26 अप्रैल 1986 को यूक्रेन के प्रिपयात शहर के पास चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र में नंबर 4 परमाणु रिएक्टर में घटी थी । यह दुर्घटना आरबीएमके प्रकार के परमाणु रिएक्टर के सुरक्षा परीक्षण के दौरान हुई ।
लीबिया के पूर्व प्रधानमंत्री महमूद जिब्रिल का 68 वर्ष की आयु में मिस्र की राजधानी काहिरा में निधन हो गया ।मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वह कोविड-19 संक्रमण से संक्रमित थे । वह लीबिया में गृह युद्ध के दौरान 2011 में 7 महीने तक अंतरिम प्रधानमंत्री थे । संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि लीबिया में शरणार्थियों की संख्या सात लाख से अधिक है ।
संयुक्तत राष्ट्र ने लीबिया को चेताया है कि कोरोना वायरस महामारी का संक्रमण विस्थापित लोगों एवं शरणार्थियों के लिए चिंताजनक और विनाशकारी हो सकता है.कोरोना वायरस से संघर्ष के क्रम में हुए लीबिया के मेडिकल उपकरणों की फैक्ट्री में स्टाफ जुटे हुए हैं । UNHRC ने कहा है कि लीबिया में जारी संयुक्त राष्ट्र की गतिविधियों के लिए यूरोप संघ ने यूरोप यूनियन ट्रस्ट फंड के जरिए 1.3 करोड़ यूरो दिए हैं ।
आयुष्मान भारत लाभार्थियों की मुफ्त कोरोना जांच और उपचार
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) ने हाल ही में कहा कि आयुष्मान भारत के लाभार्थियों के लिए निजी प्रयोगशालाओं और पैनल वाले अस्पतालों में कोविड-19 की जांच और इलाज मुफ्त होंगे । सरकार द्वारा की गई यह घोषणा आयुष्मान भारत योजना के 50 करोड़ लाभार्थियों को निर्दिष्ट निजी अस्पतालों में मुफ्त परीक्षण और उपचार की सुविधा प्राप्त करने में मदद करेगी ।
सरकार के इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य परीक्षण और उपचार सुविधाओं की आपूर्ति में वृद्धि करना और ICMR दिशा-निर्देशों के अनुसार आयुष्मान योजना के माध्यम से आम लोगों की निजी क्षेत्र में पहुँच में वृद्धि करना है. योजना के लाभार्थियों को मुफ्त परीक्षण और उपचार की सुविधा उपलब्ध कराने का यह निर्णय COVID-19 महामारी के प्रति भारत के प्रयासों को और मज़बूत करेगा ।
भारतीय रेलवे ने देश में COVID-19 के बढ़ते प्रकोप के बीच नया वेंटिलेटर तैयार किया
भारतीय रेलवे ने हाल ही में देश में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच एक ऐसा बेहद सस्ता वेंटिलेटर तैयार किया है, जो लोगों की जान बचाने में उपयोगी हो सकता है । इस सस्ते वेंटिलेटर को ‘जीवन’ नाम दिया गया है । ‘जीवन’ वेंटिलेटर को कपूरथला रेलवे कोच फैक्ट्री द्वारा विकसित किया है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, अभी देश में उपलब्ध वेंटिलेटर की अधिकतम संख्या तकरीबन 57000 है । यदि कोरोना वायरस संक्रमण तेज़ी से फैलता रहा तो स्थिति काफी खराब हो सकती है और हमें देश में 15 मई तक 1.10 लाख से 2.20 लाख वेंटिलेटर तक की ज़रूरत पड़ सकती है. ‘जीवन’ वेंटिलेटर की कीमत बिना कंप्रेसर के लगभग 10000 रुपए होगी.
चीन ने भारत को 1.7 लाख पीपीई की दी मदद
कोरोना वायरस के संक्रमण के इलाज में चिकित्साकर्मियों के उपयोग में आने वाले निजी सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) की 1.7 लाख किट चीन से भारत को 06 अप्रैल 2020 को मिल गई । स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुये बताया कि चीन ने भारत को कोरोना संकट से निपटने के लिये सहायता के रूप में ये किट दी हैं ।
मंत्रालय के मुताबिक देश में निर्मित 20 हजार पीपीई की आपूर्ति होने के साथ ही अब अस्पतालों को 1.90 लाख पीपीई की आपूर्ति कर दी जायेगी. देश में पीपीई की मौजूदा उपलब्धता 3,87,473 हो गयी है । मंत्रालय के अनुसार राज्यों को केन्द्र सरकार की ओर से अब तक 2.94 लाख पीपीई की आपूर्ति कर दी गयी है. इसके अलावा देश में ही बने दो लाख एन 95 मास्क भी अस्पतालों को मुहैया कराये गये हैं.
चांद पर बेस कैम्प बनाने की है तैयारी: नासा
कोरोना वायरस (Corona virus) ने इस समय दुनिया के 200 से ज्यादा देशों में तबाही मचा रखी है । वहीं नासा1 का कामकाज जारी है. हाल ही में नासा ने चांद पर अपने बेस कैंप (Base Camp) के लिए मानव भेजने के लिए सरकार को प्रस्ताव भेजा है । नासा अपने आर्टिमस (Artemis) कार्यक्रम पर काम कर रहा है जिसका लक्ष्य मनुष्य को साल 2024 तक चांद पर पहुंचाना है ।
नासा ने हाल ही में अमेरिका के नेशनल स्पेस काउंसिल को दो अप्रैल 2020 को एक रिपोर्ट जमा की है । यह परिषद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लिए सलाहकार समूह की तरह काम करती है जिसकी अध्यक्षता उप राष्ट्रपति माइक पेन्स करते है । इस रिपोर्ट में यह जानकारी भी दी गई है कि अमेरिका चांद पर दीर्घकालिक उपस्थिति से क्या हासिल करेगा ।
Aarogya Setu मोबाइल ऐप क्या है और यह कोरोना वायरस पर काम कैसे करेगा
केंद्र सरकार ने हाल ही में 'आरोग्य सेतु' ऐप लॉन्च किया है. इस ऐप के ज़रिए लोग अपने आसपास कोरोना के मरीज़ों के बारे में भी जानकारी हासिल कर सकते हैं । केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस (Corona virus) से निपटने के लिए भारत सरकार हरसंभव कदम उठा रही है । सरकार ने COVID-19 को ट्रैक करने के लिए आरोग्य सेतु (Aarogya Setu) नाम का एक ऐप लॉन्च किया है ।
आरोग्य सेतु ऐप में कई और फीचर भी दिए गए हैं । इसमें दिए गए चैटबॉच की सहायता से आप कोरोना वायरस के लक्षण को पहचान सकते हैं । यह ऐप हेल्थ मिनिस्ट्री के अपडेटस और भारत के हर राज्यों के कोरोना वायरस हेल्प लाइन नंबर की सूची भी देता है । आरोग्य सेतु ऐप यूजर को खुद को महामारी से बचाने के टिप्स भी देती है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता बने अनुराग श्रीवास्तव
अनुराग श्रीवास्तव इससे पहले भी कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं । अनुराग श्रीवास्तव से पहले विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता आईएफएस रवीश कुमार थे । रवीश कुमार बीते तीन साल से इस पद पर तैनात पर थे । उन्होंने ट्विटर पर अनुराग श्रीवास्तव को ट्वीट करके बधाई भी दी । उन्होंने रवीश कुमार की जगह ली है ।
अनुराग श्रीवास्तव के पास इथियोपिया और अफ्रीकी संघ में भारत के राजदूत के रूप में काम करने का उनके पास लंबा अनुभव है । अनुराग श्रीवास्तव ने उच्च शिक्षा दिल्ली यूनिवर्सिटी से की है, उनके पास इंजीनियरिंग और बिजनेस मैनेजमेंट की डिग्री है । उन्होंने पढ़ाई पूरी करते ही कॉरपोरेट सेक्टर में अपनी सेवाएं देना शुरू कर दिया था ।
सरकार ने EPFO खाताधारकों को दी बड़ी राहत अब आधार भी होगा डेट ऑफ बर्थ की पहचान
ईपीएफओ ने हाल ही में कोविड-19 महामारी के मद्देनजर ऑनलाइन सेवाओं की उपलब्धता और पहुंच बढ़ाने हेतु अपने क्षेत्रीय कार्यालयों को निर्देश जारी करके पीएफ सदस्यों को ईपीएफओ रिकॉर्ड्स में उनकी जन्मतिथि को सुधारने की सुविधा प्रदान की है । इसके तहत पीएफ सदस्य ईपीएफओ रिकार्ड में अपनी जन्म तिथि आसानी से सुधार सकेंगे ।
पीएफ अंशधारक सुधार हेतु अनुरोध ऑनलाइन जमा कर सकते हैं. इससे ईपीएफपीओ भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) के साथ तत्काल ऑनलाइन जन्म तिथि का सत्यापन कर सकेगा । इससे अनुरोध को अमल में लाने में लगने वाला समय कम होगा । ईपीएफओ ने अपने क्षेत्रीय कार्यालयों से कहा है कि वे ऑनलाइन अनुरोध का तेजी से निपटान करें ।
यूक्रेन के चेर्नोबिल के जंगलों में लगी आग
यूक्रेन के चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा स्टेशन के आसपास के क्षेत्र आग लग गई है । यह आग दो अलग-अलग जगहों पर लगी है. यूक्रेनीफायर फाइटर आग पर काबू पाने की कोशिश में लगे हुए हैं । यूक्रेन की राज्य पारिस्थितिक निरीक्षण सेवा के प्रमुख, येगोर फिर्सोव ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा है कि अग्निशमन दल आग बुझाने का प्रयास कर रहा है ।
चेर्नोबिल आपदा दुनिया की सबसे ख़तरनाक परमाणु दुर्घटना है । यह दुर्घटना 26 अप्रैल 1986 को यूक्रेन के प्रिपयात शहर के पास चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र में नंबर 4 परमाणु रिएक्टर में घटी थी । यह दुर्घटना आरबीएमके प्रकार के परमाणु रिएक्टर के सुरक्षा परीक्षण के दौरान हुई ।
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